Characters:
- रामेश (Ramesh) - मुख्य पात्र (Protagonist)
- सुरेश (Suresh) - दोस्त (Friend)
- मोहनी (Mohini) - रामेश की प्रेमिका (Ramesh's Girlfriend)
- बाबू भैया (Babu Bhaiya) - दिल्ली का चायवाला (Tea vendor)
- प्रिंसिपल साहब (Principal Sahab) - एक स्कूल के प्रिंसिपल (School Principal)
(ध्वनि: एक चायवाले के दुकान के पास, रामेश और सुरेश खड़े हैं।)
Scene 1: चाय की दुकान
(रामेश और सुरेश बाबू भैया के पास जाते हैं।)
रामेश: (उत्साहित) बाबू भैया, दो चाय दो और इस बार मिठाई भी।
सुरेश: हां, रामेश, इस बार मोहिनी को खुश करना है।
बाबू भैया: वाह, वाह! खुशियाँ बांटने का समय है। आ जाएगा, भाई।
(बाबू भैया चाय और मिठाई देते हैं। रामेश और सुरेश बैठते हैं और चाय पीते हैं।)
Scene 2: पाठशाला में
(रामेश कक्षा में बैठा है, सुरेश उसके पास आता है।)
सुरेश: रामेश, तूने कहाँ छुपा रखा है मोहिनी के लिए गिफ्ट?
रामेश: (चिंतित) भूल गया, यार। कल की तैयारी में सब भूल ही गया।
सुरेश: आराम से, तुझे कल स्कूल का अंतिम दिन भी मिलेगा।
Scene 3: रामेश के घर
(रामेश घर आता है और मोहिनी से मिलता है।)
मोहिनी: (नाराज़ होकर) रामेश, आज फिर तुम भूल गए?
रामेश: (हँसते हुए) माफ़ कर दो, मोहिनी। कल को ठीक से मनाऊंगा, पक्का।
(रामेश अपने कमरे में जाता है और गिफ्ट लेकर वापस आता है।)
Scene 4: चायवाले की दुकान
(रामेश और सुरेश फिर से बाबू भैया के पास जाते हैं।)
रामेश: (खुश) बाबू भैया, फिर से दो चाय और दो मिठाई।
सुरेश: (मजेदार अंदाज में) हाँ, और इस बार चाय के साथ दो नौकरी दो!
बाबू भैया: (हँसते हुए) वो भी आजाएगा। आ जाएगा, भाई।
(बाबू भैया चाय और मिठाई देते हैं। रामेश और सुरेश बैठते हैं और चाय पीते हैं।)
Scene 5: स्कूल के आखिरी दिन
(सभी विद्यार्थी स्कूल में खुश होकर घूम रहे हैं।)
प्रिंसिपल साहब: (माइक के जरिए) आज के दिन स्कूल के लिए बिदाई का दिन है। हमें अपने छात्रों के उज
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